यह ३४८ पेज का प्रसिद्ध ग्रन्थ मराठी भाषा में १९१४ में पालि भाषा एवं साहित्य व बौद्ध धर्म और दर्शन के विश्व प्रसिद्ध विद्वान धर्मानंद कोशाम्बी ने लिखा था. इसमें भगवान् बुद्ध का जीवनचरित्र पालि त्रिपिटक के मूल सुत्तों के आधार पर शोधपूर्ण ढंग से लिखा गया है.
by -Dr.Surjeet Kumar Singh
Assistant Professor
Dr.Bhadant Anand Kausalyayan Center For Buddhist Studies
Mahatma Gandhi International Hindi University
Wardha.442001
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